एक क्लब जहां पर बहुत ही ज्यादा शोर शराबा था । और उसे क्लब में बहुत ज्यादा बहुत सारे लोग नशे में झूम रहे थे । और स्टेज पर डांस भी कर रहे थे।
वहां पर हल्की-हल्की डिम लाइट्स रंग-बिरंगी की डिम लाइट जगमगा रही थी और चारों तरफ शोर ही शोर था।
तभी वहां पर कोने में खड़ी दो लड़कियों में से एक लड़की दूसरे लड़की से बोली, " माया तुम तो बोल रही थी ना की उस hot वाले वाले बंदे को आज तू अपने जाल में फंसा कर ही रहेगी।
वहीं इतना सुनते ही वो दूसरी लड़की यानी की माया अपनी कुटिल मुस्कान के साथ बोली, " हां हां जरूर मैंने कहा है कि मैं उस लड़के को अपनी झाल में फंसा कर रहूंगी तो जरूर उसे लड़के को फसाऊंगी ही।
चाहे कुछ भी हो जाए लेकिन वह बंदा मुझे चाहिए ही चाहिए। वो इतना अमीर है कि अगर वह मुझे एक रात के लिए मिल गया तो मैं उसे ब्लैकमेल करके उससे बहुत सारे पैसे ले सकती हूं या फिर उसकी गर्लफ्रेंड बन सकती हूं । और इस वेटर की जॉब से मुझे छुटकारा मिल जाएगा।
वही इतना सुनते ही उसके पास खड़ी लड़की उसके दोस्त थी यानी कि नेहा बोली, " हां यह भी सच है । तेरे पास इतनी हिम्मत है कि तू यह काम कर सकती है । मैं तो यह भी नहीं कर सकती ।
वहीं इतना सुनते ही माया बोली, " हिम्मत तो मेरे पास बहुत है और उसे लड़के को आज उसके साथ में एक रात बिता कर ही रहूंगी । इतना बोलकर वह नेहा को एक आंख मार देती है।
नेहा और माया दोनों ही भी उस क्लब में वेटर की जॉब करती थी । और माया को जल्द से जल्द अमीर बनना था उसे भी सब लोगों की तरह अमीर बन के एसो आराम करना था । इसलिए उसकी नजर एक इंसान पर थी और वह इंसान कोई और नहीं बल्कि देश का जाना माना बिजनेसमैन ओबेरॉय इंडस्ट्री का सीईओ आरांश ओबेरॉय था।
आरांश से अपने दोस्तों के साथ इसी क्लब में आया करता था । और वो इस शहर का सबसे बड़ा क्लब था और इसी क्लब में उसके दोस्त भी हर रोज आया करते थे । और आरंश को भी जबरदस्ती अपने साथ लाया करते थे ।जिस वजह से आरांश को इसी क्लब में आना पड़ता था ।
वह वही माया हर बार उन सबको ड्रिंक सर्व करती थी। और वह जब भी आरांश को देखती थी ,, तो उसे क्लब में सबसे ज्यादा हैंडसम कोई और नहीं बल्कि आरांस ही लगता था। जिस वजह से हर एक लकड़ी की नजर आरांश पर ही रहती थी ।
लेकिन आरांश किसी को भी कोई भाव नहीं देता था । वह तो बस अपनी ड्रिंक करने में ही मस्त रहता था। और या फिर अपने फोन में लगा रहता था।
बहुत लड़कियां उसके करीब जाने की कोशिश करती थी। लेकिन उसके डर की वजह से कोई भी उसके पास नहीं जा पाती थी । लड़कीया आरांश को दूर से ही उसको देखकर ही आहे भरती रहती थी।
आखिर आरांश most handsome बंदा जो था।
सबसे ज्यादा अलग और सबसे ज्यादा हैंडसम। आखिर कौन-कौन सी लड़की ऐसे लड़के को पाना नहीं चाहेगी । हर एक लड़की की वहां पर उस क्लब में जितनी भी लड़कियां थी । वह सब चुपके चुपके आरांश को देखती रहती थी।
लेकिन आरांश के औरा देखकर ही उसके गुस्से का अंदाजा लगाया जा सकता था। जिस वजह से कोई भी उसके पास नहीं जाती थी ।
लेकिन माया एक वेटर की जॉब करती थी और उसके मन में आरंश के साथ एक रात बिताने की प्लानिंग बहुत वक्त से चल रही थी और आज वह उसे प्लान को एग्जीक्यूट करने वाली थी।
माया अपने दोस्त नेहा को बोलती है चल चलते हैं आज तो।
मिस्टर आरांश ओबेरॉय को अपनी चाल में फसाने के लिए ।
इतना बोलकर वह दोनों ही एक दूसरे को कुटिल स्माइल पास करती है और फिर वह दोनों ही वहां से आगे बढ़ जाती है ।
उसके जाते ही वही एक कोने में एक कोई और भी था जो उसकी बातें सुन रहा था । और वह कोई और नहीं बल्कि प्रांजल ही थी ।
प्रांजल प्रांजल और माया की कभी नहीं बनती थी।
प्रांजल एक साफ दिल की मासूम सी चुलबुली सी लड़की थी ।
लेकिन उसके मजबूरी के कारण उसे इस क्लब में वेटर की जॉब करनी पड़ रही थी। । और वही माया प्रांजल की खूबसूरती देखकर उसकी मासूमियत देखकर उसे जलती रहती थी। और हमेशा उसे नीचा दिखाने की कोशिश करती थी ।
वहीं प्रांजल ने माया और नेहा की बात सुन ली थी और वह सुनकर एकदम से चौंक गई थी उसे पता तो था ही की माया घटिया हरकतें करती रहती है । लेकिन उसे यह नहीं पता था कि मैं इतना ज्यादा गिर जाएगी कि किसी के साथ रात बिताने के लिए उससे पैसे ऐठने के लिए ऐसी हरकतें भी कर सकती है ।
प्रांजल अपने मन में सोचती है थोड़ी देर और फिर वह बोली, " में ऐसा नहीं होने दे सकती किसी के साथ,,,ये जानते हुए भी मैं किसी के साथ गलत नहीं होने दे सकती ।
इसलिए प्रांजल जल्दी से माया के पीछे चली जाती है।
वही अभी प्रांजल जल्दी से माया के पीछे जा ही रही थी कि तभी उसके पास एक लड़का आता है और वह उसे जूस का क्लास देते हुए ही बोला, " अरे प्रांजल कहां जा रही हो तुम इतनी जल्दी-जल्दी ।
वही इतना सुनते ही प्रांजल उसे लड़के को देखकर बोली, " अरे मोहित वह मुझे बहुत जरूरी काम ।है इसलिए मैं जा रही हूं। तुम हटो रास्ते से।
वही इतना सुन अभी वो लड़का जिसका का नाम मोहित था वह प्रांजल का दोस्त था। वह भी वेटर का ही जॉब करता था इस क्लब में ।
वो मोहित प्रांजल का हाथ पकड़ते हुए ही बोला, " अरे इतना ज्यादा काम कर रही हो रुको । और यह पहले जूस पीते जाओ थक जाओगे तुमने सुबह से ज्यादा कुछ खाया नहीं है ।
वही इतना सुनते ही प्रांजल बोली_ नहीं मुझे नहीं पीना।
वही वह जूस का ग्लास मोहित उसे जबरजस्ती देते हुए ही बोला_" तुम यह जूस पी लो फिर तुम जहां जाना हो जा सकती हो ।
वही प्रांजल मोहित की ऐसी बात सुनकर वह कुछ ज्यादा ध्यान नहीं देती ।उसका पूरा ध्यान माया के पिछे जाने में था।
और वह जूस ले लेती है । और जल्दी-जल्दी पीने लगते हैं और जल्दी से जूस पीकर वह मोहित को ग्लास पकड़ा कर जल्दी से माया के पीछे जाने लगती है।
प्राजंल कुछ ज्यादा ध्यान नहीं दिया था कि उसे गिलास में क्या था ।
वही उसे प्रांजल के जाते ही मोहित के चेहरे पर एक स्माइल दिख रही थी। जो कि नॉर्मल तो बिल्कुल भी नहीं थी।
वह एक जंग जीतने वाली स्माइल थी।
प्रांजल जो मोहित को बहुत अच्छा अपना दोस्त सच्चा दोस्त मानती थी। क्योंकि हर बार मोहित प्रांजल की मदद करता था ।
लेकिन प्रांजल को यह पता नहीं था कि मोहित के मन में प्रांजल के लिए बुरे विचार है वह उसको अपने सच्ची दोस्त नहीं मानता और वह प्रांजल के साथ कुछ बुरा करना चाहता था ।इसीलिए वह प्रांजल के साथ दोस्ती का नाटक कर रहा था।
मोहित अपने मन में बोला, " आज तो मैं तुम्हें पाकर ही रहूंगा प्रांजल। कितने टाइम से मैं तुम्हारे साथ थे दोस्ती का नाटक करते-करते थक गया हूं । लेकिन आज सब कुछ होकर ही रहेगा । इतना बोलकर वह वहां से चला जाता है ।
वहीं दूसरी तरफ माया एक बहुत सारे ड्रिंक के गिलास लेती है और उनमें से एक ड्रिंक भरकर अपने जेब से कुछ निकालती है जो कि ड्रग्स जैसा लग रहा था। वह निकाल कर वह उसे क्लास में उड़ेल देती है । और फिर वह एक कुटिल मुस्कान के साथ नेहा को एक देखकर एक आंख मारती है। और फिर वह आगे बढ़ जाती है।
वही एक कोने में जो टेबल था इस टेबल के टेबल पर वह चार लड़के बैठे हुए थे उनमें से एक आरांश ओबेरॉय था । और दूसरे जो तीन लोग थे ,, आरांश के दोस्त थे वह सब लोग बैठकर बातें कर रहे थे।
वही माया वह सारे ड्रिंक लेकर उसी तरफ चली जाती है । और उसे टेबल के पास जाकर वहीं पर ही वहीं पर वह सब लोग जो बैठे हुए थे माया उन सबको ड्रिंक देने लगती है।
वही वह चारों ही बातों करने में मशगुल थे तो किसी का भी ज्यादा ध्यान नहीं था।
माया उन तीनों को एक गिलास देखकर वही जो गिलास में माया ने कुछ मिलाया था वह गिलास वह आरांश को देती है आरांश की आंखों में आंखें डालकर वह उसे गिलास को देते हुए बोली, " लीजिए मिस्टर ओबेरॉय special आपके लिए ।
वही अरांश वो गिलास ले लेता है वह कुछ ज्यादा ध्यान नहीं देता । क्योंकि वह फोन में कुछ टाइप कर रहा था ।
वही माया को उसकी की अटेंशन चाहिए थी ।लेकिन आरंश ने उस पर कोई ध्यान ही नहीं दिया,,,,यह देखकर माया अपने मन में गुस्सा करती है । लेकिन फिर वह कुछ और ना बोलते हुए वहां से चली जाती है । ताकि किसी को शक ना हो ।
वही वह चारों ही फिर से ड्रिंक एंजॉय करने लगते हैं।
वही aaransh भी वो ड्रिंक पी रहा था उसे ड्रिंक में कुछ अजीब सा लगता है।
है लेकिन वह ज्यादा ध्यान नहीं देता क्योंकि अभी वह चारों दोस्त ही बिजनेस के बारे में डिस्कशन कर रहे थे ।
वही वह चारों ही फिर से ड्रिंक एंजॉय करने लगते हैं । वही आरंश भी ड्रिंक पी रहा था । उसे ड्रिंक में कुछ थोड़ा सा अलग लगता है लेकिन वह ज्यादा ध्यान नहीं देता ।
क्योंकि अभी वह चारों दोस्त ही बिजनेस के बारे में डिस्कशन कर रहे थे ।जिस वजह से आरांश का पूरा ध्यान इस बात पर था । और वह ड्रिंक पीने लगता है ।और ऐसे ही वह ड्रिंक को पूरी कर देता है।
वही माया अब बार काउंटर पर आ गई थी ।और वो अपने मन में एक कुटिल स्माइल के साथ बोली, " आज इस रात में तूफान आएगा आरांश ओब्रोइ।
ये रात बड़ी हसीन और तूफानी होगी ।क्योंकि इस रात में तुम्हारा और मेरा , हम दोनो का मिलन होगा ।
आगे जारी है।
तो क्या माया sachme अपनी चाल में कामयाब हो जायेगी?? क्या आरांश बिता लेगा,,माया के साथ रात??
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