इस रात में तुम्हे इस कदर प्यार करूंगा की तुम्हे ये रात हर पल याद रहेगी ".... ये बात कहने वाला शख्स आरांश ओबरोई था " जो खुद अपनी बीवी से बेइंतहा प्यार करता था। लेकिन बस एक रात ने सबकी जिंदगिया बदल दी। आरांश जो अपनी बीवी से प्यार करता था ..लेकिन एक club में न चाहते हुए भी वो प्रांजल के साथ रात गुजारता है । और अगली सुबह सिर्फ आरांश की ही नही बल्कि प्रांजल की भी जिंदगी बदल जाती है । सिर्फ एक गलती और तीन जिंदगियां आपस में उलझ कर रह गई।लेकिन असली खेल तो तब शुरू हुआ जब अपनी बीवी से प्यार करने वाला आरांश की लत बन गया प्रांजल का जिस्म" और न चाहते हुए भी प्रांजल ने मजबूरी में पूरी की आरंश की जरुरत ! तो क्या ये सब एक सोचा समझा खेल था? जिसमे मोहरे बने थे हरेक किरदार?? क्या प्रांजल अपनी मजबूरी के चलते अपने जिस्म का सौदा करेगी आरांश के साथ?? क्या आरांश को प्रांजल से प्यार हो जायेगा "या फिर वो सिर्फ अपनी बीवी का होकर रहेगा?? और क्या था वो राज़ जिससे आरांश अपनी बीवी को छोड़कर प्रांजल के पास जाता था ? क्या प्रांजल ने अपने जाल में फसाया था आरांश को ??
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